46 साल का इंतजार आज खत्म; खुल गया जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार, सांपों के खौफ से रही हलचल, खजाने में कितने कीमती आभूषण
Odisha Puri Jagannath Temple Ratna Bhandar Open News Update
Jagannath Temple Ratna Bhandar: ओडिशा सरकार की मंजूरी के बाद पुरी में स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को खोल दिया गया है। मंदिर 'पुरोहितों' ने रत्न भंडार खोलने का सही समय रविवार (14 जुलाई) दोपहर 1:28 बजे बताया था। इसी समय पर रत्न भंडार के ताले और दरवाजे खोले गए। इस दौरान ओडिशा हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस की अध्यक्षता वाली विशेष समिति मौके पर मौजूद रही।
यह समिति ओडिशा सरकार द्वारा जगन्नाथ मंदिर 'रत्न भंडार' को फिर से खोलने के लिए गठित की गई थी। समिति ने बताया कि, जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को खोलने और आगे की प्रक्रिया के संबंध में सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का सख्ती से पालन किया जा रहा है। जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार के खुलने के बाद से आगे की पूरी प्रक्रिया तक वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। ताकि पूरी प्रक्रिया प्रमाणीकरण रहे।
रत्न भंडार में मौजूद आभूषणों और कीमती सामानों का रिकॉर्ड तैयार होगा
भगवान जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को खोलने की वजह वहां मौजूद मूल्यवान आभूषणों और कीमती सामानों की जानकारी हासिल करना है। साथ ही आभूषणों और कीमती सामानों के डिजिटल रिकॉर्ड को तैयार करना है। इससे आभूषणों और कीमती सामानों की निगरानी और देखभाल भी हो पाएगी।
वहीं रत्न भंडार में कितने मूल्यवान रत्न-आभूषण और अन्य कीमती वस्तुएं मौजूद हैं। यह जानकारी हासिल करने के साथ-साथ रत्न-आभूषणों की मरम्मत भी की जा सकेगी। रत्न भंडार में मौजूद आभूषणों की संख्या, गुणवत्ता, वजन, फोटो आदि का पूरा डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा।
रत्न-आभूषण रखने के लिए मंगाए गए विशेष संदूक
बता दें कि, जगन्नाथ मंदिर के खजाने में मौजूद सभी आभूषणों और कीमती सामानों को रखने के लिए विशेष सन्दूक तैयार कराये गए हैं। रत्न भंडार खुलने के साथ ये संदूक अंदर ले जाये गए हैं। वहीं रत्न भंडार खुलने के चलते मंदिर और आसपास की सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। रत्न भंडार खुलने के पहले ही सुरक्षा की पूरी तैयारी कर ली गई थी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि, "हमने सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के उचित प्रबंध किए हैं, सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर QRT की तैनाती की गई है। इसके अलावा, हमने आकस्मिक व्यवस्था भी की है और सभी योजनाएं तैयार हैं। अधिकारी ने कहा कि, मंदिर में होने वाले दैनिक अनुष्ठान हमेशा की तरह होंगे। केवल पहचाने गए सेवकों को ही मंदिर के अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी।
आखिरी बार रत्न भंडार 1978 में खुला
जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को इससे पहले आखिरी बार साल 1978 में आधिकारिक तौर पर खोला गया था। मतलब लगभग 46 साल बाद आज रत्न भंडार के फिर से खुलने का इंतजार खत्म हुआ है। इस 46 साल के लंबे समय में कई बार रत्न भंडार को खोलने की मांग उठी लेकिन रत्न भंडार को नहीं खोला गया।
रत्न भंडार खोलने से पहले सांपों के खौफ से रही हलचल
बता दें कि, आज जब 46 साल बाद जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार खुल रहा था तो रत्न भंडार खोलने से पहले वहां सांपों की मौजूदगी और खौफ को लेकर हलचल मची रही। दरअसल, माना जाता है कि पुराने खज़ानों पर सांपों का पहरा हो जाता है। वह खजाने की रक्षा करने लगते हैं। ऐसे में यहां भी रत्न भंडार के अंदर सांपों को लेकर शंकायेँ तेज तेज थीं। बताया जाता है कि, रत्न भंडार के पास सांपों के एक्सपर्ट अलर्ट रखे गए थे। साथ ही मेडिकल टीम को भी अलर्ट जारी था।